


पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत को रूसी इग्ला-एस एयर डिफेंस मिसाइलों की नई खेप मिली है। कम उड़ान वाले विमानों और ड्रोन को रोकने में सक्षम मिसाइलों को तेजी से अग्रिम सीमा क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है। इमरजेंसी प्रोक्योरमेंट के तहत मंगाए गए 200 करोड़ रुपये के इस सौदे से भारत की कम दूरी की वायु रक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
सेना और वायु सेना अतिरिक्त ऑर्डर, स्वदेशी ड्रोन-किलर सिस्टम और मोबाइल रडार इकाइयों के साथ अपने शस्त्रागार का विस्तार कर रही है, जो संभावित भारतीय सैन्य प्रतिक्रिया की अटकलों के बीच उच्च स्तर की तत्परता का संकेत देता है। साल 2023 में सेना ने 48 Igla-S लॉन्चर, 100 मिसाइल, 48 नाइट साइट और एक मिसाइल टेस्टिंग सेंटर का कॉन्ट्रैक्ट किया था। यह कॉन्ट्रैक्ट करीब 260 करोड़ रुपये का था।
क्या है खासियत
ये छोटी, कंधे पर ले जाने वाली मिसाइलें दुश्मन के निचले स्तर पर उड़ने वाले प्लेन, ड्रोन्स और हेलिकॉप्टर्स को मार गिराने में सक्षम हैं। ये मिसाइल पलक झपकते दी दुश्मन के ड्रोन का काम तमाम कर सकती है।